10 केरल के दर्शनीय स्थल जहाँ आप पारंपरिकता से रुबरू होंगे!

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केरल दक्षिण भारत में बसा वो राज्य है जो बीचों और बाँधों के लिए मशहूर है। विभिन्न प्रकार की चाय और कॉफी की चुस्कियाँ लेते-लेते आपका मन नहीं भरेगा। खड़े मसालों की सौंधी खुशबू आपको रसोई के नटखट और चटपटे-से स्वाद का स्मरण करवाएगा। केरल के दर्शनीय स्थल आपके इन सभी एहसासों को जीवंत कर देंगे।

केरल के 10 दर्शनीय स्थल

अगर आप आनंदविभोर होकर इस सफर की शुरुआत करना चाहते है तो आइए केरल के दर्शनीय स्थल की सूची पर ध्यान एकत्रित करें:

1. अल्लेप्पी – पूर्व का वैनिस

अल्लेप्पी

यह केरल के टॉप पर्यटन स्थल में से एक है। पूर्व का वैनिस कहा जाने वाला ये स्थान केरल की सबसे आकर्षक जगह है। इसकी असीम सुंदरता, बैकवॉटर यात्रा हर साल यात्रियों को भारी मात्रा में आकर्षित करती है। नारियल के पेडो़ से होकर गुज़रती नौकाऐं आपको आनंद प्रदान करेंगी। यहाँ का सादगी से भरा जीवन आपको अपना बनाने की कोशिश करेगा। हाउस बोट में रहना आपको एक नया अनुभव देगा। आप यहाँ आकर केरल के पारंपरिक भोजन का स्वाद भी चख सकते हैं। यहाँ की बोट रेस भी यात्रियों के बीच बेहद लोकप्रिय है।

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2. मुन्नार – हनीमून गंतव्य

मुन्नार

आपको इस केरल के पर्यटन स्थल अवश्य जाना चाहिए। मुन्नार दर्शनीय स्थल केरल का पहाड़ी इलाक़ा है। बादलों को स्पर्श करते ऊँचे-ऊँचे पहाड़ आपको ऐसा एहसास कराऐंगे कि, आपके हाथ उठाते ही आप बादलों को अपनी मुट्ठी में समेट लेंगे। शादीशुदा जोड़ों के लिए ये बेहद खूबसूरत गंतव्य माना जाता है। आरामदायक और लुभावने रैज़ॉर्ट आपकी यात्रा को बेहद सुगम बनाऐंगे। ये पहाड़ का डिज़ाइन मुख्यतः चाय के उत्पादन के लिए किया गया है। चाय की सौंधी खुशबू आप अंतःकरण में लीन हो जाएगी।

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3. वायनाड – साधा जीवन व संस्कृति

वायनाड

केरल के पर्यटन स्थल में शामिल ये स्थान केरल की सबसे ज़्यादा हरियाली युक्त जगह है। प्रकृति और मानव-निर्मित साधनों का ये बहुत उम्दा मिश्रण है। यहाँ की खास बात है केरल की सरल व साधारण संस्कृति और रीति-रिवाज़ जो आपको ग्रहण करने में ज़रा भी कठिनाई नहीं होगी। मलयालम में वायनाड का अर्थ होता है- धान के खेतों की भूमि। आप इस प्रदूषणरहित वातावरण में चैन की साँस ले सकेंगे वरना आज के समय में तो हर जगह प्रदूषण ग्रस्त है। यह सबसे मशहूर केरल के दर्शनीय स्थल में से है।

4. थेक्कड़ी – वन्यजीवों का स्थान

Thekkady In December cover

यह पर्वतीय स्थल इडुक्की जिले में स्थित है। यह स्थान पेरियर वन्यजीव अभ्यारण के लिए लोगों के बीच ज्यादा लोकप्रिय है। यह बहुत-से विलुप्त जानवरों और 200 से भी अधिक पक्षियों का निवास स्थान है।मुख्यतः यह हाथियों का स्थल है पर अन्य जीव भी आपको यहाँ देखने मिलेंगे जैसे-बाघ, जंगली बिल्ली, सांभर, नीलगिरी लंगूर, गौर आदि। यदि आप घने जंगल के बीच से होती हुई नदी से गुज़रना चाहते है तो आप अपनी ये इच्छा पूर्ण कर सकते हैं क्योंकि यहाँ नौकाओं की भी व्यवस्था है।यह सबसे मशहूर केरल के दर्शनीय स्थल में से है।

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5.श्री पद्मनाभास्वामी मंदिर – धार्मिकता की गूँज

मंदिर

केरल के धार्मिक स्थल में यह मंदिर अपनी अलग पकड़ बनाए बैठा है। भगवान विष्णु के इस मंदिर को बड़ी ही कलाकारी से बनाया गया है। जीवंत हो उठने वाली मूर्तियां व उत्तम श्रेणी की वास्तुकला मंदिर के हर एक कोने को जागृत कर देती है। यह देश का सबसे प्राचीन विष्णु मंदिर है। यहाँ सबसे ज़्यादा भक्त नवंबर,दिसंबर,मार्च व अप्रैल के अंतर्गत कुछ विशेष त्योहारों पर आते हैं। धार्मिक होने के बहाने ही आप इस लुभा देने वाली जगह आ सकते हैं। यह सबसे मशहूर केरल के दर्शनीय स्थल में से है।


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6. कोच्चि – अरब सागर की रानी

कोच्चि

कोच्चि दर्शनीय स्थल को “अरब सागर की रानी” भी कहा जाता है। यह केरल का वित्तिय,व्यावसायिक व औद्योगिक केंद्र है। इस शहर में कुछ आर्ट गैलरी है जो, आपको कला के प्रति प्रोत्साहित करेंगी। देर रात तक आनंद प्राप्ति के लिए पब और जी तोड़ खरीदारी के लिए शॉपिंग आपको यहाँ आसानी से मिल जाएंगे। आपकी यात्रा बेहद रंगीन हो जाएगी।सुंदर प्राकृतिक नज़ारों के लिए आप बीच का रुख भी कर सकते हैं।अपनी मन की शांति के लिए मंदिरों की शरण भी ली जा सकती है।

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7.कोवलम – ग्रामीण जीवन व बीच का संगम

कोवलम

अरब सागर के तटीय इलाकों पर बसा यह गाँव इसके पास मौजूदा तीन बीचों के लिए प्रख्यात है। ये तीन बीच हैं- लाईटहाऊस बीच, समुद्र बीच व हवाह बीच जो इसके सौंदर्य को चौगुना करते हैं। ये पूरा इलाक़ा लंबे-लंबे नारियल के पेड़ों से घिरा हुआ है इसलिए आपको यहाँ ताज़ा नारियल चखने को मिलेंगे। योगा, ध्यान लगाना यहाँ के माहौल को और अधिक शांतिपूर्ण हबनाता है। यह विभिन्न प्रकार की वस्तुओं की खरीदारी का गंतव्य स्थान भी है जैसै- पारंपरिक मसालें, लकड़ी की मूर्तियां, हस्तशिल्प।

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8. पूवर – सौंदर्यपूर्ण द्वीप

पूवर

यह एक शोभायमान द्वीप है जो थिरुवनंनथपुरम से 27 किमी की दूरी पर स्थित है। दूर-दूर तक फैला रेत आनंदमयी वातावरण और मचलती हवा का संगम मदहोश कर देने वाला है। एक ऐसा स्थान जहाँ अरब सागर, नेय्यर नदी और भूमि आपस में मिलती है, यकीनन यह देखने लायक जगह है। खासकर उन लोगों के लिए जो प्रकृति और शांति प्रेमी हैं। अज्ञात बीच व केरल के बैकवाटर इस जगह को देखने लायक बनाते हैं। भारी मात्रा में आपको का यहाँ सुकून की प्राप्ति होगी और आप यहाँ बार-बार आना चाहेंगे।

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9. थ्रिस्सुर – शास्त्रीय कला व संस्कृति का केंद्र

थ्रिस्सुर

केरल के दर्शनीय स्थल का गमन करने आए और थ्रिस्सुर ना घूमे तो आपकी यात्रा अधूरी ही मानी जाएगी। अगर आप केरल की शास्त्रीय कला और संस्कृति को अपने ज़हन तक उतारना चाहते है तो, ये स्थान आपके ही इंतज़ार में बैठा है। स्थानीय भाषा में मंत्रों का उच्चारण आपको केरल की संस्कृति से जोड़ेगा। कुछ अन्य जगह जिनका आप यहाँ आकर विचरण कर सकते हैं वह है- वदक्कुम्नंथन क्षेत्रम् मंदिर, शक्थन थंपुरम का मकबरा, अथिरापल्ली फॉल आदि।

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10.नेल्लीयमपैथी – प्राकृतिक वातावरण

नेल्लीयमपैथी

केरल व तमिलनाडु की सरहद पर बसी यह जगह आपको किसी स्वप्न की भाँति लगेगी। हवाओं को चीरती हुई भीनी-सी खुशबू जो आपके नाक से होते हुए ज़हन में जा बसेगी वो खुशबू है- कॉफी की। आसपास का इलाक़ा हरियाली से परिपूर्ण है जहाँ चाय, कॉफी व इलाईची की खेती की जाती है। एक बढ़िया अवकाश को बिताने के लिए यहाँ आया जा सकता है जहाँ आप ऊँचे पहाड़ों पर मदहोश वातावरण के गवाह बन सकेंगे।

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केरल के दर्शनीय स्थल आपको भरपूर शांति व प्रेम देंगे। यहाँ की परंपरा और रीति-रिवाज़ों को आप बिना किसी हिचकिचाहट के अपना पाएंगे क्योंकि इसमें कट्टरपंथी नहीं है। लहलहाते पेड़-पौधों के बीच आप खुशनुमा महसूस करेंगे। पारंपरिक चाय और कॉफी की चुस्कियाँ आपकी ज़ुबान पर यहीं का स्वाद बैठा देंगी और आप मन में नई चाह लिए हर बार यहीं आना चाहेंगे। आपकी उदासीनता पल भर में छूमंतर हो जाएगी। अपनी केरल यात्रा के लिए ट्रैवल ट्राऐंगल से बुकिंग कीजिए।

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केरल के दर्शनीय स्थल के बारे में पूछे जाने वाले प्रश्न

केरल घूमने का सही समय क्या है?

केरल घूमने का सबसे उचित समय है, सितंबर से मार्च तक। इस दौरान केरल का मौसम सुहाना होता है। पहाड़ी इलाके, बीच, बैकवॉटर का आप भरपूर आनंद उठा पाऐंगे।

केरल के प्रसिद्ध व्यंजन क्या है?

वैसे तो केरल की बहुत से पारंपरिक व्यंजन है, पर सबसे मशहूर है- साध्या। जो ओनम का मुख्य व्यंजन है। इसके अलावा पुट्टू-काडला करी, अप्पम, इदियप्पम-एग करी, डोसा आदि यहाँ के प्रचलित व्यंजन हैं।


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